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योजनाएँ

पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट (PHED)

Public Health Engineering Department

पीएचईडी विभाग की प्रमुख योजनाएँ

  1. हर घर नल का जल (Har Ghar Nal Ka Jal)
    • लक्ष्य: बिहार के ग्रामीण इलाकों को सुरक्षित और पाइप से जुड़े पेयजल की सुविधा प्रदान करना।
    • दिसंबर 2024 में हुए एक बयान के अनुसार, पीएचईडी और पंचायत राज विभागों ने मिलकर अब तक 1.23 लाख से अधिक पाइप्ड जल आपूर्ति प्रणालियाँ स्थापित की हैं, जिससे 1.74 लाख घरेलू इकाइयों को लाभ हुआ है।
    • पुस्तिकाओं या छोटे टोला स्तर तक पाइप से जल आपूर्ति सुनिश्चित करने की योजना चल रही है—तथा 10,719 गाँवों में पीएचईडी और 16,124 में पंचायत राज विभाग के माध्यम से यह व्यवस्था की जानी है। इस कार्य का कुल बजट ₹4,706.17 करोड़ है, और टेंडर प्रक्रिया भी शुरू की जा चुकी है।
  2. तकनीकी सुधार और नियुक्तियाँ
    • इस योजना के सुचारू कार्यान्वयन के लिए विभाग में लगभग 4,135 तकनीकी एवं गैर-तकनीकी कर्मचारियों की नियुक्ति की जा रही है, जिनमें से:
      • 113 सहायक अभियंता (सिविल)
      • 5 सहायक अभियंता (मैकेनिकल)
      • 2,078 अन्य कर्मियों का चयन बिहार स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (BSSC) के माध्यम से
      • 1,118 चयन बिहार तकनीकी सेवा आयोग (BTSC) द्वारा
      • 821 अन्य (328 पंप ऑपरेटर और 493 कार्य निरीक्षक) शामिल हैं।
  3. उपयोगकर्ता सहभागिता और निगरानी
    • “जीरो ऑफिस डे” नीति के तहत, हर शनिवार जिला स्तर के अधिकारी और संबंधित कर्मी क्षेत्र में जाकर निगरानी और समस्या समाधान करेंगे।
    • Payjal App के माध्यम से तकनीकी समस्याओं और शिकायतों को ट्रैक किया जा रहा है—गांव के पंप ऑपरेटर और ग्रामीण इससे शिकायत दर्ज कर सकते हैं, जो सीधे राज्य मुख्यालय से जुड़ा होता है।
  4. पीने के पानी की गुणवत्ता और आपूर्ति
    • भूजल गुणवत्ता समस्याओं (जैसे आर्सेनिक, फ्लोराइड, आयरन) वाले इलाकों में पीएचईडी ने कई सुधारात्मक और लंबी अवधि की योजनाएं शुरू की हैं:
      • संक्रमित हैंडपंपों को बंद करना
      • सैनेटरी कूप निर्माण, वर्षा जल संचयन, और सुरक्षित एक्विफर से पाइप्ड सप्लाई
      • मिश्रित तकनीकों—सोलर-आधारित मिनी पाइप्ड सिस्टम, ट्रीटमेंट यूनिट, सॉफ़्टवेयर एवं जनजागरूकता अभियान—के माध्यम से जल गुणवत्ता सुधारना।
  5. गंगा जल प्रोजेक्ट
    • बिहार का एक महत्वाकांक्षी multi-village ड्रिंकिंग वाटर प्रोजेक्ट है, जो गंगा नदी से जल उठा कर गयालोक, राजगीर, नवादा आदि में पाइप के माध्यम से पहुंचाता है।
    • इस योजना के पहले चरण का निर्माण 2022 में पूरा हुआ। पीएचईडी नवादा जिले में इसके संचालन का जिम्मा संभालेगा।

भर्ती प्रक्रिया – सामान्य रूप में

इस भर्ती प्रक्रिया में निम्नलिखित चरण शामिल हो सकते हैं:

  1. आधिकारिक अधिसूचना पढ़ना
  2. वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करना (लॉगिन करके आवेदन फॉर्म भरना)
  3. दस्तावेज अपलोड / आवेदन शुल्क का भुगतान (जहाँ लागू हो)
  4. आवेदन की प्रिंटआउट ले लेना
  5. चयन प्रक्रिया — लिखित परीक्षा, दस्तावेज़ सत्यापन आदि हो सकते हैं (हालांकि प्रयोगशाला सहायक पोस्ट के विशेष विवरण उपलब्ध स्रोतों में नहीं मिले)
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