उद्देश्य
बिहार सरकार ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पेयजल उपलब्धता और शौचालय निर्माण को लेकर कई महत्वपूर्ण योजनाएँ चलाई हैं। इन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य है –
- स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराना।
- प्रत्येक घर में शौचालय का निर्माण कराना ताकि खुले में शौच को समाप्त किया जा सके।
- स्वास्थ्य, स्वच्छता और जल संरक्षण को बढ़ावा देना।
- पेयजल योजना (हर घर नल का जल)
यह योजना “जल-जीवन-हरियाली अभियान” के अंतर्गत चलाई जा रही है।
- मुख्य बिंदु:
- हर ग्रामीण और शहरी घर में पाइपलाइन से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना।
- जलापूर्ति के लिए मोटर, सोलर पंप और जलाशयों का निर्माण।
- गाँवों और नगर निकायों में जल-शोधन संयंत्र लगाए गए।
- महिलाओं को पानी ढोने की समस्या से मुक्ति।
- लाभ:
- साफ और शुद्ध पेयजल की सुविधा।
- जलजनित बीमारियों में कमी।
- गाँव-गाँव तक समान रूप से पानी की आपूर्ति।
- शौचालय निर्माण योजना (स्वच्छ भारत मिशन – ग्रामीण और शहरी)
- ग्रामीण क्षेत्र:
- स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत प्रत्येक परिवार को शौचालय निर्माण हेतु ₹12,000 की सहायता राशि दी जाती है।
- पंचायतों और आंगनवाड़ी के माध्यम से जागरूकता अभियान।
- खुले में शौच से मुक्ति (ODF – Open Defecation Free) लक्ष्य।
- शहरी क्षेत्र:
- स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) के तहत व्यक्तिगत घरों में शौचालय निर्माण के लिए आर्थिक सहायता।
- सार्वजनिक और सामुदायिक शौचालयों का निर्माण।
- नगर निकायों द्वारा निगरानी और रखरखाव।
- लाभ:
- महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान में वृद्धि।
- गंदगी और बीमारियों में कमी।
- गाँव और शहरों में स्वच्छ वातावरण
आवेदन प्रक्रिया
- ग्रामीण क्षेत्रों में लाभ लेने के लिए ग्राम पंचायत/वार्ड कार्यालय से संपर्क करना होता है।
- शहरी क्षेत्रों में आवेदन नगर निगम/नगर परिषद/नगर पंचायत के माध्यम से किया जाता है।
- ऑनलाइन आवेदन की सुविधा स्वच्छ भारत मिशन पोर्टल और जल-जीवन मिशन पोर्टल पर उपलब्ध है।